क्या ये आत्मा से आत्मा का है मिलन? या फिर है किसी के लिए मरण -जीवन? क्या ये आत्मा से आत्मा का है मिलन? या फिर है किसी के लिए मरण -जीवन?
ग़लती तुम मत करना, कठोर निष्ठुर भी मैं बन जाता हूँ ग़लती तुम मत करना, कठोर निष्ठुर भी मैं बन जाता हूँ
आम जनता को भी हो गया है इस बात का बोध। इसलिए वह नहीं करती कोई प्रतिरोध। आम जनता को भी हो गया है इस बात का बोध। इसलिए वह नहीं करती कोई प्रतिरोध।
आज मेरी कलम भी, गयी रोकर हार। देख कर अमानवीय, भीषण नरसंहार। आज मेरी कलम भी, गयी रोकर हार। देख कर अमानवीय, भीषण नरसंहार।
कौन कहते हैं हमारा कोई न पक्ष सत्ता से बड़ा नहीं होता कोई पक्ष। कौन कहते हैं हमारा कोई न पक्ष सत्ता से बड़ा नहीं होता कोई पक्ष।
झूठ पर झूठ ऐसे ही बोलते जाओ, देश में आर्थिक अवयवस्था लाओ। झूठ पर झूठ ऐसे ही बोलते जाओ, देश में आर्थिक अवयवस्था लाओ।